Wednesday 29 April 2020

राहुल गांधी से चर्चा में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा- गरीबों की मदद के लिए 65000 करोड़ खर्च होंगे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी कोरोना महामारी पर अलग-अलग फील्ड के देश-विदेश के एक्सपर्ट से चर्चा करेंगे। आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के साथ बातचीत से इस सीरीज की शुरुआत की गई है। राहुल ने राजन से पूछा कि गरीबों की मदद में कितना खर्च आएगा?राजन ने जवाब दिया कि 65 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि यह रकम देश की जीडीपी के मुकाबले कुछ भी नहीं है। गरीबों को बचाने के लिए खर्च करना चाहिए।
लॉकडाउन लंबे समय तक नहीं चलसकता: राजन
इकोनॉमी पर कोरोना के असर को लेकर राजन ने कहा कि भारत इस मौके का फायदा उठा सकता है। इंडस्ट्री और सप्लाई चेन में खास जगह बनाने का मौका है। राजन ने कहा कि लॉकडाउन लंबे समय तक जारी रखना संभव नहीं है। कोरोना पर राहुल की डिस्कशन सीरीज की जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को ट्विटर पर दी थी।
राहुल को ग्लोबल लीडर के तौर पर पेश करने की स्ट्रैटजी: रिपोर्ट
न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक राहुल हफ्ते में एक या दो बार ऐसी चर्चा करेंगे। इस सीरीज के दूसरे पार्ट में वे स्वीडन के वीरोलॉजिस्ट से कोरोना महामारी से निपटने के उपायों पर बातचीत करेंगे। यह राहुल गांधी को ग्लोबल लीडर के तौर पर पेश करने की स्ट्रैटजी हो सकती है।
कोरोना और इकोनॉमी पर राहुल 2 महीने से लगातार सुझाव दे रहे
राहुल ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि मोदी सरकार को लॉकडाउन खत्म होने के बाद का प्लान तैयार कर लेना चाहिए। राहुल कोरोनो के टेस्ट बढ़ाने और अर्थव्यवस्था के बारे में भी लगातार सुझाव दे रहे हैं। कोरोना से निपटने केसुझाव देने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने डॉ. मनमोहन सिंह की लीडरशिप में 11 सदस्यों की कमेटी बनाई है, इसमें राहुल भी शामिल हैं। राहुल फरवरी से ही सरकार को कोरोना और इसके असर को लेकर चेतावनी देते रहे हैं।



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राहुल गांधी ने पिछले दिनों कहा था कि मोदी सरकार को लॉकडाउन खत्म होने के बाद की योजना तैयार कर लेनी चाहिए।


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