अमेरिका, ब्राजील और ब्रिटेन सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित 5 देशों में शामिल हैं। बढ़ते संक्रमण और इससे हो रही मौतों के कारण तीनों देशों की जनता नाराज है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, ब्राजील में राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो और ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर रही है। वह सोशल मीडिया के जरिए गुस्सा जता रही है। कहीं लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन नहीं कराने पर नाराजगी है, तो कहीं देश की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर गुस्सा है।
अमेरिका: ट्रम्प गोल्फ खेल रहे; लोग बोले- 1 लाख मौतें हुईं, आपको चिंता है
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लगातार दूसरे दिन गोल्फ खेलने गए। इसका लोगों ने जमकर विरोध किया। गोल्फ क्लब के बाहर कुछ लोग तख्तियां लेकर खड़े थे। इन पर लिखा था- 1 लाख लोग मारे गए हैं। हमें चिंता है। क्या आपको चिंता है?
इस पर ट्रम्प ने मीडिया से कहा, ‘हां, मुझे चिंता है, इसलिए मैंने कोरोना से मारे गए लोगों की याद में मेमोरियल डे वीकेंड पर व्हाइट हाउस का झंडा आधा झुकाने का आदेश दिया था। हमें विपक्ष के नेता बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे अच्छे कामों को कोई नोटिस नहीं कर रहा।’
इससे पहले ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा, 'अमेरिका में कोरोना के नए मामले कम आए हैं। मौतों की दर भी कम हो रही है।'बता दें कि अमेरिका में अब तक 16,86,436 मामले आए हैं। जबकि 1,00,017 मौतें हुई हैं।
ब्राजील: पार्टी से लौटे बोलसोनारो को घेरा, जनता ने कहा- आप हत्यारे हैं
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो फूड और ड्रिंक की पार्टी के लिए राजधानी ब्रासिलिया से बाहर गए। जब वे लौटे तो नाराज लोगों ने उनका घेराव किया। लोगों ने कहा, ‘राष्ट्रपति हत्यारे हैं।’ बोलसोनारो को सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षित निकाला। बोलसोनारो पर जनता का गुस्सा इसलिए भी है, क्योंकि वह कोरोना को साधारण फ्लू बता चुके हैं।
एक बार तो उन्होंने यह भी कह दिया था कि कोरोना केवल कल्पना है। लोगों को इसकी चिंता नहीं करना चाहिए। बोलसोनारो ने सख्त लॉकडाउन का समर्थन कभी नहीं किया। वह उन लोगों का पक्ष लेते रहे, जो लॉकडाउन के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे। ब्राजील दुनिया का दूसरा सबसे कोरोना प्रभावित देश है। यहां कोरोना के अब तक 3,65,213 मामले आए हैं, जबकि 22,746 मौतें हुई हैं।
ब्रिटेन: लॉकडाउन तोड़ने पर सहयोगी काे बचाया, चर्च के निशाने पर जॉनसन
ब्रिटेन में लॉकडाउन तोड़ने के मामले में शीर्ष सहयोगी का बचाव करने पर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन घिर गए हैं। जॉनसन के मुख्य सलाहकार डोमिनिक कमिंग्स कोरोना के लक्षणों के बावजूद पत्नी के साथ माता-पिता से मिलने लंदन से 420 किमी दूर डरहम गए थे, जबकि लोगों को घर में रहने का आदेश था। कुछ लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस में की।
उसके बाद से ब्रिटेन में डोमिनिक के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। कई चर्च के बिशप ने भी जॉनसन की आलोचना की है। लोगों का कहना है कि क्या ब्रिटेन में आम जनता और प्रधानमंत्री के करीबी के लिए अलग-अलग नियम हैं। इधर, जॉनसन ने कहा है कि वह डोमिनिक को नहीं हटाएंगे, उन्होंने नियम नहीं तोड़ा। ब्रिटेन में अब तक संक्रमण के 259,559 मामले आए हैं। 36,793 मौतें हुई हैं।
ऑस्ट्रिया: कर्फ्यू तोड़ने पर राष्ट्रपति ने माफी मांगी
ऑस्ट्रिया में कोरोना को लेकर लगाए गए कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर राष्ट्रपति एलेक्जेंडर बेलेन ने जनता से माफी मांगी है। दरअसल, बेलेन रात 11 बजे के बाद एक रेस्तरां में थे। ऑस्ट्रिया में रात 11 बजे से सुबह तक कर्फ्यू लगाया गया है। बेलेन ने कहा, 'मैं कर्फ्यू के बाद पहली बार रेस्तरां गया था। समय का ध्यान नहीं रहा। माफी चाहता हूं।' ऑस्ट्रिया में 16,539 मामले आए हैं, जबकि 641 मौतें हुई हैं।
कनाडा: टोरंटो मेयर ने गलती मानी, कहा- सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रख सका
कनाडा में टोरंटो के मेयर जॉन टोरी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर जनता से खेद जताया है। दरअसल, टोरंटो के ट्रिनिटी बेलवुड्स पार्क में हजारों लोग सैर के लिए पहुंच गए थे। इस भीड़ में मेयर टोरी भी थे। टोरी ने कहा है कि वह पार्क में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर सके। इसलिए माफी मांगते हैं।
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