लॉकडाउन में वजन बढ़ने के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन कोरोना के गढ़ वुहान का मामला चौकाने वाला है। यहां 5 महीने के लॉकडाउन के दौरान 26 साल के झाउ का वजन 101 किलो तक बढ़ गया है। अब उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। झाउ एक सायबर कैफे में काम करते हैं। वह पहले ही बढ़ते वजन से परेशान थे लेकिन चीन में सख्ती से लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान वजन और तेजी से बढ़ता गया।
दिसम्बर में 177 किलो था वजन :दिसम्बर में झाउ का वजन 177 किलो था। लॉकडाउन के दौरान पिछले 5 महीनों में इनका वजन 278 किलो तक पहुंच गया। 8 अप्रैल को जब चीन में लॉकडाउन हटाया गया तो झाउ अपने बढ़े हुए वजन के कारण चल-फिर नहीं पा रहे थे। सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।48 घंटे तक नींद नहीं आई :वुहान युनिवर्सिटी के झॉन्गनेन हॉस्पिटल में झाउ का इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना था कि 31 मई को हमें मरीज की कॉल आई थी। झाउ का कहना था कि मुझे पिछले 48 घंटे से नींद नहीं आ रही। सांस लेने में दिक्कत हो रही है और बमुश्किल ही बात कर पा रहा हूं। अगले ही दिन हेल्थ वर्करों की टीम उनके घर पहुंची थी।10 लोगों की मदद से बेड खिसका कर लाया गया :झाउ को 6 सिक्योरिटी गार्ड और 4 हेल्थ वर्कर की मदद से बेड को खींचकर लाया। जांच के दौरान हार्ट फेल्योर और रेस्पिरेट्री डिसफंक्शन की बात सामने आई। चीनी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 9 दिनों तक 24 घंटे की देखभाल के बाद अब झाउ की स्थिति बेहतर हुई है।सर्जरी के बाद हालत सुधरी :वजन को कम करने के लिए झाउ की सर्जरी की गई है। सर्जरी के दौरान पेट का एक हिस्सा हटाया गया। डॉक्टरों का कहना है कि आने वाले तीन महीनों में झाउ को 24 किलो वजन घटाना होगा ताकि सर्जरी का खतरा घट सके।
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