Sunday, 1 November 2020

इस्लामिक देश फ्रांसीसी सामान के बहिष्कार की धमकी दे रहे; बायकॉट में उनको भी फ्रांस के बराबर घाटा

बुर्के पर रोक, धार्मिक स्थलों पर विभिन्न फैसलों की वजह से फ्रांस की पहले से ही इस्लामिक देशों के साथ तनातनी चलती रही है। पैगंबर के कार्टून बनाने पर इस्लामिक कट्‌टरपंथियों द्वारा शिक्षक सहित चार लोगों की हत्या से इस बार मामला गंभीर हो गया है। कई इस्लामिक देशों ने फ्रांस के उत्पादों के बॉयकॉट का ऐलान किया है। इनमें तुर्की, पाकिस्तान, बांग्लादेश और ईरान सबसे आगे हैं।

खास बात है कि फ्रांस का इन देशों के साथ कारोबार 100 अरब डॉलर यानी साढ़े 7 लाख करोड़ रु. से भी ज्यादा है। अगर सभी इस्लामिक देश फ्रांस का पूरी तरह बायकॉट कर दें, तो उसे बड़ा झटका लग सकता है। लेकिन इसका असर दोनों पक्षों पर होगा क्योंकि इसमें 55% हिस्सा फ्रांस उनसे आयात भी करता है। वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा- पैगंबर का कार्टून बनाने वाले का समर्थन नहीं, पर हिंसा बर्दाश्त नहीं।

इस्लामिक देशों को होने वाले प्रमुख निर्यात- इंडस्ट्रियल मशीनरी, गैस टर्बाइन, वाहन, ऑटो पार्ट्स, पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम, हथियार, एविएशन प्रोडक्ट्स, बॉयलर्स, ट्रैक्टर, आयरन-स्टील प्रोडक्ट्स, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा आदि।

फ्रांस के कारोबार में इन 5 देशों की बड़ी भूमिका- फ्रांस के अंतरराष्ट्रीय कारोबार में इन मुस्लिम देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। खास तौर पर तुर्की, मोरक्को, अल्जीरिया, सऊदी अरब और ट्यूनीशिया का इसमें बड़ा हिस्सा है।

सबसे ज्यादा मशीनरी का आयात- निर्यात

सेक्टर निर्यात आयात
मशीनरी 12% 13%
एविएशन 9.6% 00
वाहन 9.5% 11.5%
उपकरण 7.8% 8.9%
मेडिसिन 6.4% 3.9%
विभिन्न ऑयल 00 10.3%

तुर्की, फ्रांस का सबसे बड़ा व्यापारिक दोस्त

देश आयात निर्यात
तुर्की 73,500 49,950
मोरक्को 47,250 40,000
सऊदी अरब 56,250 25,000
अल्जीरिया 35,250 41,250
ट्यूनीशिया 37,500 28,000

(आंकड़े करोड़ रुपए में।)

पाकिस्तान की जीडीपी से दोगुनी कीमत एफिल टॉवर की

फ्रांस के खिलाफ तुर्की के बाद पाकिस्तान सबसे ज्यादा गुस्सा दिखा रहा है, लेकिन उसका फ्रांस पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। ट्रेंडिंग इकोनॉमिक्स के मुताबिक 2020 में पाकिस्तान की जीडीपी 27,000 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान है। वहीं, पेरिस के एफिल टॉवर का वैल्यूएशन करीब 58,000 करोड़ डॉलर है, यानी पाकिस्तान की जीडीपी से दोगुना। एफिल टॉवर को देखने सालाना 10 लाख लोग आते हैं। फ्रांस के इस्लामिक देशों के साथ कारोबार में पाकिस्तान शीर्ष 20 देशों में भी नहीं है।

  • 7 प्रमुख अरब देशों को फ्रांस का एक्सपोर्ट 2900 करोड़ डॉलर, इनमें सबसे ज्यादा मोरक्को और अल्जीरिया को।
  • यूएई, सऊदी अरब, कतर और मिस्र को करीब 1400 करोड़ डॉलर का एक्सपोर्ट, इनमें से 429 करोड़ का अकेले कतर को।


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मैक्रों ने कहा- पैगंबर का कार्टून बनाने वाले का समर्थन नहीं लेकिन हिंसा बर्दाश्त नहीं। (फाइल फोटो)


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