दुनिया में कोरोना वायरस महामारी की पहचान हुए लगभग पांच माह होने वाले हैं। 31 दिसंबर 2019 को चीन के वुहान शहर में पहली बार इस वायरस की जानकारी डब्ल्यूएचओ के चीन स्थित ऑफिस में दी गई थी। तब से लेकर 23 मई 2020 तक दुनिया भर में 53.20 लाख से अधिक लोग इस वायरस सेे संक्रमित हो चुके हैं जबकि 3.40 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए दुनिया भर के देशों ने अलग-अलग समय पर लॉकडाउन लगाया।
चीन को यदि छोड़ दिया जाए तो लगभग दो माह से अधिकांश देशों में लॉकडाउन चल रहा है। इसके चलते दुनिया भर में लगभग 157 करोड़ से अधिक बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है। वहीं यदि यातायात की बात करें तो हवाई और ट्रेन यातायात पूरी तरह ठप पड़े हैं। एक अनुमान के अनुसार दुनिया भर की एविएशन इंडस्ट्री को लॉकडाउन के चलते 314 बिलियन यूएस डॉलर का नुकसान हो सकता है।
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते लगातार बढ़ रहे इस नुकसान को कम करने और जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाने के लिए दुनिया भर के देशों ने अब पाबंदियों को कम करते हुए धीरे-धीरे छूट देनी शुरू कर दी है। कई देशों में स्कूल, कॉलेज और व्यावसायिक गतिविधियां फिर से शुरू हो रही हैं। भारत जैसे देशों में घरेलू उड़ानें और ट्रेन यातायात को भी शुरू किया जा रहा है। आइए दुनिया के प्रमुख देशों अमेरिका, चीन, स्पेन और जर्मनी के आधार पर जानते हैं कि किस तरह ये देश शिक्षा और परिवहन की गतिविधियों को शुरू कर रहे हैं। उनकी क्या याेजनाएं हैं।
जानिए , आपके जीवन से जुड़ीं तीन सबसे महत्वपूर्ण जरूरतों के बारे में
चीन: मध्य मार्च से ही स्कूल खुलना शुरू, बनाए नए नियम
स्कूल: मार्च के मध्य से ही स्कूलों को धीरे-धीरे खोलना शुरू कर दिया था।
- कई शहरों में अलग-अलग समय पर स्कूल खोले जा रहे हैं।
- बच्चों को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है।
- लगातार तापमान चेक किया जाता है।
हवाई यात्रा : एयरपोर्ट पर तैनात स्टाफ को महामारी से बचाव के लिए ट्रेनिंग दी गई है।
- तापमान जांचने के लिए थर्मल इक्युपमेंट लगाए गए हैं। आइशोलेशन हाल बनाए।
- ट्रेन यात्रा: 26 मार्च से परिवहन सेवाएं शुरू
- अलग-अलग हेल्थ कार्ड जारी किए गए हैं।
- > स्वस्थ को ग्रीन और बीमार को रेड कार्ड।
अमेरिका: ट्रंप ने 18 मई को ही स्कूल खोलने की घोषणा कर दी थी
स्कूल : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 18 मई से सभी स्कूलों के खोले जाने की घोषणा की है।
- बावजूद इसके अधिकतर स्कूल बंद हैं। जो खुल रहे हैं, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन कराया जा रहा है।
- संक्रमित इलाकों के स्टूडेंट्स को स्कूल आने के लिए फोर्स करने पर मनाही है।
हवाई यात्रा: चीन, जर्मनी, ब्रिटेन, सहित लगभग 30 देशों के लोगों को फिलहाल अमेरिका अाने की अनुमति नहीं है।
- ऐसे नागरिक जिन्हें बुलेट-1 मिला है उन्हें निर्धारित एयरपोर्ट पर ही आने की अनुमति।
- ट्रेन यात्रा : ट्रेनों को यूवी-सी लाइटिंग से डिसइंफेक्ट किया जा रहा है।
स्पेन: 26 मई से कई चरणों में खुलेंगे स्कूल, लॉकडाउन भी बढ़ा
स्कूल: 26 मई से स्कूल आंशिक रूप से खोले जाएंगे।
- देश भर के स्कूलों को सितंबर में पूरी तरह से खोलने की तैयारी।
हवाई यात्रा: स्पेन की सरकार ने फिलहाल 7 जून तक पांचवा लॉकडाउन लगा दिया है।
- इंटरनेशनल ट्रैवलर्स के लिए देश में 14 दिन का क्वारेंटाइन नियम लागू किया है।
- देश में ही अभी एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने की अनुमति नहीं
ट्रेन यात्रा: संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए देश में अभी ट्रेन सेवा के संचालन की अनुमति सरकार ने प्रदान नहीं की है। क्वारेंटाइन के सख्त नियम लागू किए गए हैं।
जर्मनी: 6 मई से ही छात्रों के लिए स्कूलस्कूल : 6 मई के बाद से उन स्टूडेंट्स के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं, जिनके एग्जाम्स हैं।
- अन्य स्टूडेंट्स को समर सेशन के लिए धीरे-धीरे कक्षा में लौटने की अनुमति दी जा रही है।
हवाई यात्रा : कुछ चुनिंदा फ्लाइट्स शुरू की गई हैं।
स्विट्जरलैंड, फ्रांस और ऑस्ट्रिया को छोड़ कर अन्य देशों की यात्राएं फिलहाल बंद हैं।
ट्रेन यात्रा : अधिकतर लोकल ट्रेन ही संचालित हो रही हैं।
- 15 जून से देश के बॉर्डर अन्य देशों के लिए खोले जा सकते हैं। सभी यात्रियों के लिए फेस मास्क अनिवार्य है। खोले, परीक्षाएं शुरू
लॉकडाउन: 3 आंकड़ों से समझें किस तरह कोरोना ने बच्चों की शिक्षा को बुरी तरह प्रभावित किया है
- 157करोड़ बच्चों की शिक्षा इस लॉकडाउन में प्रभावित हुई।
- 32 करोड़ स्कूली बच्चों की शिक्षा अकेले भारत में प्रभावित हुई है।
- 191 देशों में लॉकडाउन केचलते शिक्षा पूरी तरह ठप रही।
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