छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में स्वास्थ्य कर्मियों ने मिसाल पेश की है। फोटो माकड़ी ब्लॉक मोहनबेड़ा गांव की है। यहां गाड़ी नहीं पहुंच सकती।एक महिला गर्भवती थी। उसकी हालत नाजुक थी। पति ने महतारी एक्सप्रेस को फोन लगाया। 102 नंबर से ईएमटी और पायलट मोहनबेड़ा के लिए गए। लेकिन रास्ता इतना खराब कि आगे जाना संभव नहीं था।
दोनों 3 किलोमीटर पैदल चले। वहां गांव वालों से मदद मांगी और टोकरी व रस्सियों से डोला बनाया। परिवार वालों की मदद लेकर खुद भी डोला उठाया और तीन किलोमीटर पैदल चले, गाड़ी तक लाए। इसके बाद सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां डिलीवरी कराई गई। वहां महिला ने बच्ची को जन्म दिया। महिला और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं।
भेड़-बकरियों व ऊंटों को लेकरघरों की ओर निकले पालक
फोटो राजस्थान के सिरोही जिले के शिवगंज गांव की है। क्षेत्र में पिछले सप्ताह हुई बारिश की जानकारी मिलने पर गांवों से भेड़-बकरियों व ऊंटों को लेकर बाहर पलायन हुए पशु पालक अब अपने घरों की ओर लौटने लगे है। ग्राम रोवाड़ा, नोवी के पलायन हुए एक दर्जन से अधिक पशुपालक अपने भेड़-बकरियों व ऊंटों को लेकर शिवगंज से अपने घरों की ओर निकले है।
ग्राम नोवी के पशु पालक सोमवार सुबह करीब 11 बजे चांदाना मार्ग से सलोदरिया होकर अपने घरों की ओर रवाना हुए। इसके पहले चांदाना स्थित एक कृषि कुएं पर सभी पशुपालकों ने अपने भेड़-बकरियों का ठहराव करवाया और चारे-पानी का प्रबंध किया।
मौसम सुहावना हुआ, तापमान में आईगिरावट
दिल्ली में मंगलवार को हुई हल्की बारिश होने से मौसम का मिजाज में बदल गया है। बारिश से मौसम सुहावना होने के साथ तापमान में गिरावट आ गई है। दिल्ली-एनसीआर के आसमान में मंगलवार को दिनभर बादल छाए रहे। साथ ही ठंडी हवाएं भी चली।मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसूनअभी पूरे जोर पर है । इस हफ्ते कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।
फोटो खींचने वाले शाज बोले- पांच साल इंतजार किया
कर्नाटक के काबिनी के जंगल में दुर्लभ ब्लैक पैंथर की फोटोखींचने वाले वाइल्ड लाइफ फोटो ग्राफर शाज जंग इन दिनों चर्चा में हैं। शाज के मुताबिक, उन्होंने इस फोटोके लिए पांच साल तक रोज 12 घंटे इंतजार किया, तब जाकर उन्हें सफलता मिली। शाज काबिनी के जंगल में पाए जाने वाले इस विशेष पैंथर पर डॉक्यूमेंटरी बना रहे हैं।
सृजन: धान के बिचड़े से खेत में लिखा धोनी
रांची की आशा किसान की बेटी है। वह मध्य विद्यालय रेंडो कांके में 5वीं की छात्रा है। वह खेत में मां के साथ काम कर रही थी। उसे पता था कि आज उसके चहेते खिलाड़ी का जन्मदिन है, तो खेत में ही धान के बिचड़े से धोनी का नाम लिख कर बधाई दी।
कोसी की उपधारा में पलटी नाव, सवारी सुरक्षित
बिहार केकटिहार केकदबा प्रखंड के जाजा पंचायत अंतर्गत केलाबाड़ी-नंदनपुर ग्राम के बीच महानंदा और कोसी में आई बाढ़ से बनी उपधारा में यात्री सवार एक नाव पलट गई। हालांकि हादसा तट के करीब होने से टल गया। सभी सवार तैरकर बाहर आ गए। नाव केलाबाड़ी से नंदनपुर ग्राम की ओर जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाव पर दो दर्जन से अधिक लोग सवार, दो मोटरसाइकिल एवं तीन साइकिल भी थीं।
अमृतधारा जल प्रपात की खूबसूरती देखने पहुंच रहे लोग
छत्तीसगढ़ केबैकुंठपुर में2 दिन से सावन की झड़ी लगी हुई है। इन दिनों हसदेव नदी उफान पर है। 16 अगस्त तक कोरोना के चलते सभी पिकनिक और पर्यटन स्थल पर धारा 144 लागू है, जिसके कारण बारिश के दौरान कम संख्या में लोग अमृतधारा जल प्रपात की खूबसूरती देखने पहुंच रहे हैं। वहीं दुर्घटना रोकने जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए हैं।
दिनभर में हुई30 मिमी बारिश
फोटो गुजरात केसूरत की है।मंगलवार को शहर में दिनभर में 30 मिमी बारिश हुई। मंगलवार सुबह 6 बजे से रात 8 बजे के दौरान सबसे अधिक बारिश सिटी में देखने को मिली। कामरेज में बारिश दर्ज नहीं हुई। हालांकि जिले की सभी तहसीलों में अच्छी बारिश हुई। उकाई का जलस्तर सोमवार रात 8 बजे 319.43 फीट दर्ज हुआ। पानी की आवक 6499 क्यूसेक रहा। इतना ही पानी छोड़ना जारी रखा गया। रूल लेवल 333 फीट है।
पिछले साल की तुलना में 82% ज्यादा बुआई
फोटो छत्तीसगढ़ के दुर्ग की है। इस बार जून में 276.7 मिमी बारिश हुई। बीते 10 साल में यह सबसे ज्यादा है। इससे किसानों के चेहरे खिल गए। 61% किसानों ने इस बारिश को देखकर खेतों में बुआई कर ली है। इस हिसाब से 54998 हेक्टेयर में ही बाकी है। पिछले साल जुलाई की तुलना में 82% ज्यादा बुआई हुई है।
24 घंटे में हुई 9 इंच बारिश
गुजरात के कच्छ-सौराष्ट्र पर इंद्रदेव मेहरबान हैं। जामनगर-देवभूमि द्वारका जिलों में मंगलवार को भी 12 इंच तक बारिश हुई। फोटो सौराष्ट्र के जामनगर की है। यहां 24 घंटे में 9 इंच बारिश से आवासीय क्षेत्र की गलियां स्वीमिंग पूल सी नजर आईं। यहां सीजन की करीब 60% बारिश हो चुकी है। द्वारका में 100% के करीब आंकड़ा पहुंच गया है।
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