Sunday, 19 April 2020

बंगाल के स्वास्थ्य विभाग का आरोप- हमें खराब टेस्टिंग किट भेजीं ताकि जांच और नतीजे प्रभावित हों, आईसीएमआर इसकी जांच कराए

कोरोना संकट, लॉकडाउन को लेकर पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार के बीच टकराव का नया मामला सामने आया है। अब राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमण की टेस्टिंग के लिए इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की ओर से खराब किट भेजने का आरोप लगाया है। हेल्थ डिपार्टमेंट ने रविवार को ट्वीट किया- बंगाल में कोरोना जांच की रफ्तार और नतीजे प्रभावित करने के लिए ऐसा किया गया है। यह गंभीर मुद्दा है और आईसीएमआर को इसकी जांच करानी चाहिए। बता दें कि मोदी सरकार ने देशभर में कोरोना की टेस्टिंग का जिम्मा आईसीएमआर को सौंपा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बंगाल में अब तक कोरोना संक्रमण के 310 मामले सामने आए हैं। इनमें से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमण के मामले पिछले तीन दिन से लगातार बढ़ रहे हैं।

कोलकाता के नेशनल इंस्टीट्यूट(एनआईसीईडी) की डायरेक्टर डॉ. शांता दत्ता ने कहा, ''यह दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना की टेस्टिंग किट स्टैंडर्ड नहीं हैं और इनसे सही नतीजे भी नहीं मिल रहे। सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के लिए टेस्टिंग के रिजल्ट चुनौती बन गए हैं। कोरोना की जांच के लिए किट पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में असेम्बल हो रही थीं, लेकिन जब राज्यों में अचानक मांग बढ़ने लगी तो आईसीएमआर ने रेडीमेड किट आयात कीं और इन्हें 26 डिपो के जरिए देश की अलग-अलग लैब में भिजवा दिया। एनआईसीईडी भी इन्हीं डिमो में शामिल है और यहां से कोरोना किट बंगाल के अलावा ओडिशा और अंडमान पहुंचाई गई हैं।''

बंगाल के स्वास्थ्य विभाग केट्वीट
पहले पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से टेस्टिंग किट भेजी जा रही थीं, जिसमें हमें कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन अचानक आईसीएमआर के जरिए बंगाल की लैब्स में किट पहुंचाई जाने लगीं। इनके नतीजे ठीक नहीं आ रहे हैं। आईसीएमआर को इस गंभीर मुद्दे की फौरन जांच करानी चाहिए।



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मुंबई में रविवार को कोरोना के संदिग्ध का सैंपल लेता स्वास्थ्यकर्मी। मुंबई देश का सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है।


from Dainik Bhaskar /national/news/faulty-covid-19-testing-kits-supplied-by-icmr-says-bengal-health-department-127207100.html
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