Friday, 3 July 2020

मोहाली के गांव का ग्राउंड 4500 रुपए में किराए पर लिया, श्रीलंका का टी-20 लीग बताकर खिलाया, लाइव स्ट्रीमिंग भी करवाई

माेहाली (चंडीगढ़) के एक गांव के ग्राउंड पर हुए टी-20 मैच भी आम मैचों की तरह राेमांचकथे। लेकिन इनके पीछे की कहानी इस राेमांच के ताेते उड़ाने के लिए काफी है। दरअसल, 29 जून काे खेले गए मैच की ऑनलाइन स्ट्रीमिंग में बताया गया कि ‘युवा टी20 लीग’ श्रीलंका के बदुला शहर में हो रही है। जबकि इसमें श्रीलंका का काेई खिलाड़ी और टीम नहीं थी।

हैरत की बात यह है कि कथित मैच काे लाइवस्काेर और लाइव स्ट्रीमिंग वेबसाइट ‘फैनकाेड’ ने लाइव कवर किया। वहीं ‘स्पाेर्ट्सकीड़ा’ ने लाइव स्काेरकार्ड चलाया। ऑनलाइन शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस ने मैच रुकवाए, लेकिन तब तक पहले दिन के 2 मैच हो चुके थे। पुलिस ने तीन लाेगाें को गिरफ्तार किया है। श्रीलंका क्रिकेट बाेर्ड और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

खिलाड़ी श्रीलंका की जर्सी पहनकर उतरे थे

दरअसल, स्थानीय खिलाड़ी श्रीलंका की जर्सी पहनकर खेल रहे थे। उन्होंने चेहरे मास्क से ढंक रखे थे। यही नहीं, लाइव प्रसारण में उनके चेहरे पर फाेकस नहीं किया गया। कमेंटेटर भी नाम लेने से बचते रहे। मजे की बात यह है कि जिस मैदान में मैच हुए, उसे स्ट्रोक्टर्स क्रिकेट एसोसिएशन मेंटेन करता है। क्लब ने बताया कि एक दोस्त काे 4500 रुपए में फ्रेंडली मैच के लिए ग्राउंड दिया था। मैच की लाइव स्ट्रीमिंग करने वाली कंपनी भी शक के घेरे में है।

‘फैनकाेड’ ड्रीम स्पाेर्ट्स की पैरेंट कंपनी है। इसका एक ब्रांड ड्रीम 11 फैंटेसी स्पाेर्ट्स प्लेटफाॅर्म है, जाे आईपीएल का स्पाॅन्सर है। इसमें चीनी कंपनी टेंसेंट का निवेश है। फैनकाेड ने कहा कि आयाेजकाें ने क्रिकेट संघ का अनुमति पत्र दिया था। श्रीलंका क्रिकेट के ई-मेल आईडी का भी उल्लेख था। दूसरे दिन श्रीलंका की लीगल टीम ने आपत्ति ली और बताया कि डाॅक्यूमेंट्स फर्जी हाे सकते हैं। इसके बाद मैच हटा लिए गए।

यह बेटिंग सिंडिकेट का काम

बीसीसीआई की भ्रष्टाचार राेधी इकाई केअजीत सिंह कहते हैं कि बोर्ड से स्वीकृत लीग या खिलाड़ी हाेते ताे कार्रवाई करते। पुलिस कार्रवाई कर सकती है। यह सट्टेबाजी के लिए किया ताे अपराध है। वहीं, मोहाली के एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि धोखाधड़ी के आरोप मेंपंकज जैन, राजू और अन्य काे गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि सट्टा लगाया जा रहा था। शक है कि मैच में बेटिंग सिंडीकेट लिप्त है। इसके अलावायुवा प्रांतीय क्रिकेट संघ केबी. बालाचंद्रन ने बताया कि वे फेक मैच थे। हमने किसी टूर्नामेंट की अनुमति नहीं दी। हमारी संस्था इतनी सक्रिय नहीं है। किसी ने खोजबीन कर यह किया है।



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मैच में खिलाड़ियों के चेहरे नहीं बताए गए, वे श्रीलंका की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरे थे। इतना ही नहीं कमेंटेटर भी प्लेयर्स के नाम बताने से बचते रहे।


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