Saturday, 2 May 2020

अमेरिका में लोग हेल्थ स्टाफ को मुफ्त इस्तेमाल के लिए दे रहे 50 लाख से एक करोड़ रु. तक की लग्जरी वैन

अमेरिका में कोरोनावायरस के 11 लाख से ज्यादा मामले और 65 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। इनमें डॉक्टरों से लेकर स्वास्थ्यकर्मी भी हैं। ऐसे में लोग कोरोना वॉरियर्स की हरसंभव मदद कर रहे हैं। ऐसा ही कैलिफोर्निया और मिशिगन के लोग भी कर रहे हैं। ये डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ अपनी लग्जरी आरवी यानी रिक्रिएशन वैन मुफ्त में इस्तेमाल के लिए दे रहे हैं, ताकि उन्हें घर जैसी सुविधाएं और आराम मिले और उनके परिवार को संक्रमण से बचाया जा सके।

इस मुहिम में 15 हजार से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं और अब तक 2,500 से ज्यादा डॉक्टर, नर्सों और हेल्थ स्टाफ को ये वैन दी जा चुकी हैं। इनमें से एक मिशिगन की नर्स पेटीज कात्जे हैं। ‌वे ब्रॉनसन हॉस्पिटल के आईसीयू में काम करती हैं। इन दिनों वे करेन और स्टीव लैंबर्ट की दी गई आरवी का इस्तेमाल कर रही हैं। वे करीब 200 किमी दूर से पेटीज के लिए वैन लेकर आए हैं।

तय किया कि इसे कोरोना फाइटर्स के लिए देंगे: स्टीव

स्टीव बताते हैं,‘हमने महसूस किया कि यह एक बहुत बड़ा संसाधन है, जिसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है। इसलिए तय किया कि इसे कोरोना फाइटर्स के लिए देंगे। जब हमें पता चला कि केटीज को इसकी जरूरत है, तो हम वैन लेकर पहुंच गए।’

पेटीज ने कहा- मेरे कंधों से बोझ उतार दिया

पेटीज कहती हैं- ‘इन्होंने मेरे कंधों से बहुत बड़ा बोझ उतार दिया है। मुझे 5 और 6 साल के बच्चों और मां की चिंता होती थी। किडनी ट्रांसप्लांट होने से मां को कोरोना का गंभीर खतरा हो सकता है। अब घर के पास ही हैं, तो दूर से ही सही, एक-दूसरे को देख तो लेते हैं।’ पेटीज को वैन देने के बाद स्टीव ने उनके साथ सेल्फी भी ली। स्टीव अपने एक दोस्त को किडनी भी दे चुके हैं।

इन वाहनों में किचन, फ्रिज, टॉयलेट, टीवी, बेडरूम, सोफा भी

करीब 50 लाख से एक करोड़ रुपए कीमत वाले इन वाहनों में किचन, फ्रिज, टॉयलेट, टीवी, बेडरूम, सोफा जैसी सुविधाएं भी हैं। इनकी छत उठाकर ऊंची भी की जा सकती है। इन्हें मोटरहोम, कैम्पर या कारवां भी कहा जाता है। अमेरिका में औसतन 46 साल की उम्र वाले हर व्यक्ति के पास ऐसी वैन है।



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अमेरिका में औसतन 46 साल की उम्र वाले हर व्यक्ति के पास ऐसी वैन है। कोरोना संकट के दौर में लोग स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए आगे आए।


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