Thursday, 2 April 2020

विशेषज्ञों ने कहा- सार्स की तरह कोरोना भी ज्यादा से ज्यादा लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से जाएगा, 12-18 महीने में वैक्सीन तैयार होगी

दुनिया को 60 नैनोमीटर के कोरोनावायरस ने घुटनों पर ला दिया है। ये जानलेवा वायरस इतना छोटा है कि पेन से बनाई एक बिंदु में लाखों कोरोना वायरस रह सकते हैं। यह भी साफ है कि पूरी दुनिया को घर में कैद कर देने वाला यह वायरस इतनी आसानी से पीछा नहीं छोड़ेगा। आज 10 लाख कोरोना संक्रमित मरीजों वाली दुनिया के सामने यही एक सवाल है- कोरोना महामारी कैसे खत्म होगी? हालांकि इसका सही जवाब कोई नहीं जानता, लेकिन संक्रामक रोग विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं ने अपनी-अपनी तरह से इसका आकलन किया है।

विशेषज्ञों का क्या मानना है ?
विशेषज्ञों का कहना है कि सार्स और मर्स की तरह कोरोना भी हर्ड इम्युनिटी यानी ज्यादा से ज्यादा लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से जाएगा। वैक्सीन तैयार होने में 12 से 18 महीने लग सकते हैं। दुनिया भर के टॉप मेडिकल इंस्टीट्यूट और वैज्ञानिक कोरोना का इलाज और वैक्सीन बनाने पर काम कर रहे हैं। अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर चुके हैं। हाल के दशकों में ऐसा पहली बार है जब किसी वैक्सीन का ट्रायल इंसानों पर इतनी जल्दी शुरू किया गया हो। इधर, ऐड यंग और कैथरीन वेल्स की द अटलांटिक में छपी रिपोर्ट के अनुसार, यह महामारी टाली नहीं जा सकती। अगर दुनिया में एक भी संक्रमित बचता है, तो यह दुनिया में कभी भी फैल सकता है।

कब कमजोर पड़ेगा: 2 साल में इम्यून सिस्टम खुद को ढाल लेगा
इम्पीरियल कॉलेज लंदन के प्रोफेसर नील फर्ग्युसन के मुताबिक ‘हम एक स्तर पर संक्रमण को दबाने की बात कर रहे हैं। अगर यह दो से अधिक सालों तक जारी रहता है तो हो सकता है कि देश का एक बड़ा हिस्सा रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर चुका हो। लेकिन सवाल तब भी यही है वायरस कब और कैसे खत्म होगा?

आशंका: 3 महीने में कोरोना और उग्र रूप में दिख सकता है

शोधकर्ताओं ने 16 मार्च को रिपोर्ट में कहा था कि कोरोना महामारी अगले 3 महीनों में चरम पर हो सकती है। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की बड़ी भूमिका होगी। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ माइकल मीना कहते हैं, हम भले ही आगामी हफ्तों में कड़ाई करें, प्रतिबंध हटते ही वायरस फिर से सक्रिय हो सकता है।

वायरस कमजोर पड़ने का इंतजार कर रहे विशेषज्ञ, जैसा सार्स और मर्स के समय हुआ था

1. दुनिया के सारे देश मिलकर इस वायरस का खात्मा कर दें

संभावना नहीं, क्योंकि सभी की काबिलियत एक जैसी नहीं है। संसाधन भी सबके पास नहीं हैं। विकसित देशों को ही इसका हल निकालना होगा।

2. पिछले संक्रमणों की तरह यह भी फैल कर समाप्त हो जाए

संभावना सबसे अधिक संभावना इसी की है। पहले महामारियों में अक्सर ऐसा ही हुआ है। स्पैनिश फ्लू और सार्स भी ऐसे ही खत्म हुआ था।

3. जब तक वायरस का तोड़ नहीं मिलता, सोशल डिस्टेंसिंग ही बचाव

संभावना संभव है। विशेषज्ञों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग को कारगर बताया है। इसलिए भी जरूरी, क्योंकि वैक्सीन तैयार होने में कम से कम 12 से 18 महीने लगेंगे।

चिंता:रोग प्रतिरोधक क्षमता वायरस को फैलने से लंबे समय तक रोक नहीं सकती

  • पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के मैकीज बोनी कहते हैं कि अगर वायरस का फैलाव गर्म मौसम के साथ कम होता है, तो हमें बड़ा ब्रेक मिल सकता है। हालांकि अभी कुछ कह नहीं सकते।
  • जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर के केटलिन रीवर्स कहते हैं कि महामारी से हार नहीं मान सकते। ज्यादा टेस्ट और कम मेलजोल, कोरोना का अभी यही स्पष्ट उपाय सामने दिख रहा है।
  • साइंस न्यूज के मुताबिक, एक से तीन महीने की कड़ी सोशल डिस्टेंसिंग बेहद जरूरी है। हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता वायरस को कुछ महीने या साल तक रोक कर नहीं रख सकती।
  • मिशिगन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ऑब्री गॉर्डन कहते हैं, कोरोना खत्म करने के दो ही तरीके हैं- एक है टीका और दूसरा, वायरस फैलता रहे और उसे शिकार ही न मिले।
  • एडिनब्रा यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मार्क वूलहाउस कहते हैं, ‘हमारी सबसे बड़ी समस्या इससे बाहर निकलने की नीति को लेकर है कि हम इससे कैसे पार पाएंगे। एग्जिट स्ट्रेटेजी सिर्फ ब्रिटेन के पास ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के किसी भी देश के पास नहीं है।’


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अमेरिका : वाशिंगटन में मेडिकल सेंटर के बाहर स्वास्थ्यकर्मी आने वाले लोगों की जांच कर रहे हैं।


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